Usha sharma

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लेखनी कहानी -16-Sep-2023

शीर्षक :हकीक़त 


कोई तो समझाता तुम हकीकत हो या कोई ख्वाब मेरा, 
तेरी ही खूबसूरती में हरपाल मदहोश  रहता है दिल मेरा। 

यूँ तो गुज़र जाती दूर है दूर से वो,खामोश आवाज हो तुम, 
फिर मेरी इन ग़ज़लों में क्यूँ रहता है अक्सर आग़ाज़ तेरा।

रंगीन अल्फाज़ो में सफ़हे पर,माशूका सी उतर जाती तुम , 
शेरों में मेरे अब मिलता महज़, ये खूबसूरत ज़िक्र ही तेरा।

पता जो मिल गया तो, हम भी आ मिलते रूबरू तुमसे 
उस हसीं शाम इस बैचेन दिल को रहता बस इंतज़ार तेरा। 

राज़ जान लेते चाँद का टुकड़ा,ख्वाब हो या हकीकत तुम, 
या कोई अधूरी सी ख्वाहिश, जो नींद में करे ज़िक्र यूँ तेरा। 

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4 Comments

हरपल होना चाहिए हरपाल की जगह

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खूबसूरत भाव और अभिव्यक्ति

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Varsha_Upadhyay

16-Sep-2023 08:59 PM

Nice 👌

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